Facts About Osho – ओशो के बारे में तथ्य

 ओशो का नाम तो आपने सुना ही होगा ,जो उन्हें नहीं जानते उनके लिए हम बतादें ,ओशो भारत के एक दार्शनिक और अध्यात्मिक गुरु थे ।Welcome to blouse designs 2023.

किताबों से बड़ा गहरा नाता रहा , उनकी समस्याओं और क्रांतिकारी विचारों की वजह से बड़ी तादाद में लोग उनकी ओर आकर्षित हुए और उनके अनुयाई बने ।

वहीं दूसरे तरफ बहुत से लोग उनके खिलाफ भी हुए और ओशो को “सेक्स गुरु” और अमीरों का गुरु कहा जाने लगा ।

इस पोस्ट में आप ओशो के बारे में 30 ऐसी बातें जानोगे ,जो शायद आपने पहले कभी ना सुनी हो तो इसे पूरा अंत तक जरूर देखना आखिर में आप कहोगे कितना रहस्यमई था ये इंसान।

Fact no 1 –
11 दिसंबर 1931 को मध्यप्रदेश के कुछवाड़ा गांव में जन्मे ओशो पैदा होने के 3 दिन तक ना तो हंसे थे और ना ही रोए थे । इस वजह से उनके परिवार के लोग बेहद परेशान हो गए थे ।

Fact no 2 –
ओशो बचपन से ही बेहद जिज्ञासु थे किसी भी बात को जानना है ,तो बस जानना है । महज 12 साल की उम्र में वह रात को शमशान जाया करते थे, यह जानने की कोशिश में, कि मरने के बाद इंसान  जाता कहां है ,सिर्फ सूफी मत को जानने के लिए वे 27 वर्ष की उम्र में सुन्नत कराने को तैयार हो गए। जो कितनी उम्र में बेहद पेनफुल था ।

Fact no 3 –
ओशो लग्जरी लाइफ जीने के आदी रहे हैं ,एक बार उन्होंने जिद की कि वे हाथी पर बैठकर ही स्कूल जाएंगे, तब उनकी ज़िद देखकर उनके पिता को हाथी ही मंगवाना पड़ा और ओशो उस पर बैठकर स्कूल गए ,तब से ही स्कूल में एक हाथी दरवाजा बना हुआ है।

Fact no 4 –
ओशो जब पानी में नहाते थे तो कभी-कभी अपने दोस्तों को डुबोने की कोशिश करते थे ,वह जानना चाहते थे कि आखिर मरना कैसा होता है

Fact no 5 –
बचपन में बनारस के ज्योतिष विद्वानों ने ओशो की जन्मपत्री देखकर कहा था , कि इस बालक के 21 साल का होने तक हर सातवें साल मृत्यु का योग है और शायद 21 साल का होने तक इसकी मृत्यु हो जाए लेकिन अगर यह बच गया तो इसके बुध होने की संभावना है जब उसे 14 साल के हुए तो 7 दिन तक एक मंदिर में बैठकर उन्होंने अपनी मृत्यु का इंतजार किया था लेकिन उन्हें कुछ नहीं हुआ ।

Fact no 6 –
ओशो ने कहा था कि बचपन में उन्हें दो बार अपहरण करने की कोशिश की गई , लेकिन मैं नहींजानता कि ऐसा क्यों हुआ

Fact no 7 –
स्कूली दिनों में ओशो एक पीपल के पेड़ से बहुत प्रेम हुआ था वह हर रोज आते जाते ,उसे निहारते थे और अपने आपको इमोशन के नजदीक पाते थे एक दिन उस पेड़ के साथ कुछ अनोखा हुआ ,
ओशो कहते हैं यह तो मुझे भी नहीं पता वह क्या था लेकिन कुछ घटित हुआ और उसी दिन से उस पेड़ के साथ एक विशेष प्रकार का संबंध हो गया जिसको मैंने पहले कभी अनुभव नहीं किया इंसानो के साथ भी ऐसा लगा हो कभी नहीं हुआ 1953 के दिन 21 साल की उम्र में एक पेड़ के नीचे ओशो को संबोधित प्राप्त हुई।
उस वक्त वह जबलपुर कॉलेज से फिलॉसफी की पढ़ाई कर रहे थे संबोधी के बारे में ओशो कहा करते थे कि अब मैं किसी भी प्रकार की खोज में नहीं हूं अस्तित्व ने अपने सारे द्वार मेरे लिए खोल दिए हैं

Fact no – 8
संबोधी यानी ज्ञान प्राप्त होने के बाद भी उन्होंने अपनी स्टडी को जारी रखा और सागर यूनिवर्सिटी से चलो सभी में फर्स्ट क्लास फर्स्ट गोल्ड मेडलिस्ट रहकर m.a. की डिग्री ली थी ।

Fact no -9
ओशो कहते थे कि उनका पूर्व जन्म 700 साल पहले तिब्बत में हुआ था । पिछले जन्म में जो काम वह पूरे नहीं कर पाए थे ,उनको पूरा करने के लिए यह जन्म लिया है और इस जन्म के लिए अपने माता-पिता को भी उन्होंने खुद चुना है।

Fact no -10

उच्च कोटी के वक्ता थे बोलने पर इतना कंट्रोल था कि जो बोल दिया वही आखरी हो गया वही छपता था “माफ करना ” “मेरा मतलब यह नहीं था” ” मुझसे गलती हो गई” इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल उन्होंने कभी नहीं किया।

Fact no – 11
ओशो की कुशल वक्ता थे इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि उन्होंने एक भी किताब नहीं लिखी फिर भी उनकी 600 से ज्यादा किताबें पबलिश हैं ।यह सब की सब उनके प्रवचनों पर आधारित हैं ,मतलब जो वह बोले वही का वही किताब के रूप में छपा है ,बिना सुधार किए ओशो लगभग हर विषय पर प्रवचन दिए करीब 55 100 घंटे के प्रवचन इंग्लिश में और 48 100 घंटे के प्रवचन हिंदी में मौजूद है ।

fact no – 12
बचपन बचपन में भी परदेस में ऐसा कोई हाईस्कूल नहीं जहां पर बोलकर ओशो ने पुरस्कार ना जीता हो ।
अगर साहित्य के लेखक की बात ना करें तो सबसे ज्यादा किताबें अगर भारत में किसी ने पढी है तो वह ओशो की है सालाना 1 मिलियन से ज्यादा किताबें और टेप भारत में बिकती हैं ।

Fact no -13
किताबों से उन्हें बहुत लगाव था 1 दिन में तीन किताबें पढ़ दिया करते थे ,पढ़ने के इतने शौकीन थे कि उनका पूरा दिन भोजन और सुबह के प्रवचन के अलावा किताबें पढ़ने में ही बीता था ।पढ़ने को लेकर उनका पागलपन इतना ज्यादा था ,कि वह चोर बाजार में बिकने वाली किताबों को खरीदने से भी नहीं कतराते थे

fact no – 14
शायद आपको सुनकर हैरानी हो ओशो ने अपने जीवन में 100000 से भी ज्यादा किताबों का अध्ययन किया एक शोध के अनुसार उन्हें 20 वीं सदी का सबसे अधिक किताबें पढ़ने वाला पुरुष माना गया और उन्हें इंडियास ग्रेटेस्ट बुक मैन के नाम से भी संबोधित किया गया

Fact no – 15
ओशो को किताबों से बेहद प्रेम था उनके इस प्रेम को देखकर उनके पिता ने उसे उसे एक बार कहा था पहले हमारे घर में लाइब्रेरी थी अब लाइब्रेरी में हमारा घर है और हम सभी घर वालों को किताबों का ख्याल रखना पड़ता है क्योंकि तुम्हें बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कि तुम्हारी किसी भी किताब के साथ कुछ गड़बड़ हो , ओशो ने कभी भी अपने पिता से किताबों के अलावा किसी और चीज के लिए पैसे नहीं मांगे

fact no – 16
नंबर नंबर 99 शो को किशन नहीं था कि कोई उनकी किताबों पर निशान लगाए या किसी पंक्ति को अंडरलाइन करें इसलिए ओशो को लाइब्रेरी से बुक्स लाकर पढ़ना भी पसंद नहीं था वह कहते थे मेरे लिए किसी और द्वारा अंडरलाइन या निशान लगाई हुई किताबें पढ़ना उसी प्रकार है जैसे कोई वैश्या के पास जा रहा हूं मेरे लिए कोई पुस्तक मात्र पुस्तक नहीं यह एक प्रेम संबंध है नंबर 20 बचपन में अपनी नानी के पास रहे नानी नहीं उनको पढ़ना सिखाया जो भी किताबें उन्हें पसंद थी उसे वो रात में अपनी नानी को पढ़कर सुनाते पहली बुक जो उन्होंने अपनी नानी को पढ़कर सुनाई थी वह भी द बुक ऑफ मेरे साथ यह उनकी सबसे पसंदीदा किताबों में से एक थी साथ ही ओशो यह भी कहते थे कि मनु संहिता और मनुस्मृति को मैं दुनिया की सबसे कुरूप किताब मानता हूं ।

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