Isaac Newton |
बचपन से कहानी सुनते आए हैं ,कि न्यूटन एक सेब के पेड़ के नीचे बैठे थे तभी सेब टूट कर उनके सर पर आ लगा ,तभी उन्होंने सोचा कि यह सेव नीचे ही क्यों आया ? इधर-उधर या ऊपर क्यों नहीं गया । चीजों को नीचे धरती पर ही गिरना होता है ,तो चांद भी तो ऊपर दिखाई देता है। वह नीचे क्यों नहीं गिरता । तब न्यूटन ने सोचा कि जरूर धरती में कोई फोर्स है ,जो चीजों को अपनी और आकर्षित करता है । और यहां से न्यूटन को ग्रेविटी का आइडिया आया ।
कहानी के बारे में बहुत से स्कॉलर्स कहते हैं कि यह सिर्फ बाद में बनाई गई एक कहानी है और एक फ्रेंच राइटर वोल्टेज ने इस कहानी को पॉपुलर किया है कुछ स्कॉलर्स कहते हैं ,कि यह कहानी सच है लेकिन सेव न्यूटन के सर पर नहीं बल्कि उनके आगे गिरा था यह भी कहा जाता है कि वह सेब के पेड़ के नीचे नहीं बैठे थे बल्कि अपने घर की विंडो से सेब के पेड़ को देख रहे थे और तब गिरते सेब को देखकर उन्हें ग्रेविटी का आईडिया आया अब ऐसे भी सबूत मौजूद हैं जो इस कहानी को सच साबित करते हैं ज्यादातर स्कॉलर्स मानते हैं
Issac Newton |
कि न्यूटन ने सारी घटना को अपने ही समय के 1 वैज्ञानिक और लेखक विलियम्स ट्यूबली को बताया था विलियम्स क्योंकि उन सब से पहले लेखकों में से एक हैं जिन्होंने न्यूटन की लाइफ के बारे में लिखा है जो बुक्स ट्यूबली ने लिखी थी उसका नाम है मेमोस ऑफ सर आइज़क न्यूटन स्लाइस जो ब्रिटेन की रॉयल सोसाइटी के पास सुरक्षित रखी है लेकिन रॉयल सोसाइटी की लाइब्रेरी के चीफ का कहना है कि सेब गिरने की कहानी मैजिक कहानी ही लगती है जिसे न्यूटन ने बाद में आम लोगों को समझाने के लिए बनाया था ।
एप्पल कंपनी का जो सबसे पहला लोगों था उसमें न्यूटन की तस्वीर थी इस लोगों में न्यूटन के उसी फल को दिखाया गया था जिस फल में वह एप्पल ट्री के नीचे बैठे थे और एप्पल उनके सर पर आ गिरता है और उन्हें ग्रेविटी का आईडिया आता है
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1665 में इंग्लैंड के कैमरे शहर में प्ले की बीमारी फैल गई थी उस वक्त न्यूटन कैंब्रिज के ट्रिनिटी कॉलेज में पढ़ाई कर रहे थे न्यूटन और उसके सभी क्लासमेट को प्ले से बचने के लिए उनके घर रवाना कर दिया गया यही टाइम न्यूटन की लाइफ का सबसे प्रोडक्टिव पीरियड साबित हुआ यही वो टाइम था जब उन्होंने कैलकुलस का आविष्कार किया
न्यूटन ने कई सालों तक अपनी डिस्कवरीज को दुनिया से छिपाए रखा कई सालों तक उन्होंने इस बारे में किसी को भी नहीं बताया शायद उन्हें इस बात का डर रहा होगा कि लोग उनकी की गई खोजों को सही नहीं मानेंगे
एक साइंटिस्ट होने के बावजूद भी वह बड़े धार्मिक इंसान थे उन्होंने खुद लिखा है कि ग्रेविटी हमें ग्रहों की गति के बारे में बता दी है लेकिन यह नहीं बता सकती कि इन ग्रहों को गति में किसने सेट किया है ईश्वर सभी चीजों को नियंत्रित करता है और जानता है कि क्या है और क्या किया जा सकता है
आपको जानकर हैरानी होगी की धार्मिक व्यक्ति होने के बावजूद और ईश्वर पर विश्वास रखने के बावजूद भी न्यूटन भूत आत्मा और शैतान आदि पर विश्वास नहीं करते थे
न्यूटन का बाइबिल को लेकर बहुत जुनून था बाइबल को बड़ी गहराई से पढ़ते थे यहां तक कि साइंस से ज्यादा उन्होंने धर्म और इतिहास के बारे में लिखा है
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इन बाइबल पढ़ने की वजह से ही उन्हें कुछ चीजों को प्रेरित भी किया न्यूटन ने अनुमान लगाया था कि जीसस को सूली एगजैक्टली थर्ड April को दी गई थी न्यूटन के अनुमान के मुताबिक ये दुनिया 266 से पहले खत्म नहीं होगी कहा जाता है कि न्यूटन ने पहले ही बता दिया था कि यहूदी इसराइल को फिर से हासिल करेंगे
और उनकी भविष्यवाणी सच साबित हुई
बाइबल के लिए हिब्रू भाषा को सीखने चले गए कि उन्हें बाइबल में छिपे गूढ़ बातों को समझना था
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि जिस न्यूटन को हम आज एक महान साइंटिस्ट के तौर पर जानते हैं उसी न्यूटन ने अपनी जिंदगी का आधे से ज्यादा टाइम साइंस पर काम करने की बजाय धर्म के गुणों को जानने में लगा दिया
विशाल ग्रेट साइंटिस्ट गैलीलियो गैलीली की डेथ हुई थी उसी साल सर आइज़क न्यूटन का जन्म हुआ था
जब न्यूटन का जन्म हुआ तब वह नॉर्मल नहीं थे उनका आकार और वजन बहुत कम था वे समय से पहले पैदा हुए थे उनकी मां ने बताया था कि उनका आकार इतना कम था कि वह छोटे मग में समा सकते थे इसलिए इनके जिंदा बचने की उम्मीद बहुत कम थी
आइज़क न्यूटन के फादर का नाम भी आइजक न्यूटन ही था
न्यूटन के जन्म के 3 महीने पहले ही उनके फादर की मृत्यु हो गई थी
न्यूटन ने आजीवन शादी नहीं की उनकी मां चाहती थी कि वह फार्मर बने उनका जन्म भी एक farmer फैमिली में हुआ था लेकिन न्यूटन को फार्मिंग बिल्कुल पसंद नहीं थी
न्यूटन ही वह साइंटिस्ट है जिन्होंने बताया था कि पृथ्वी गोल नहीं बल्कि अंडाकार है
जिस एप्पल ट्री से न्यूटन को ग्रेविटी का आइडिया आया था उस ट्री का वंशज आज भी इंग्लैंड में मौजूद है हालांकि जो ओरिजिनल डी था वह है वह नष्ट हो गया था इस एप्पल ट्री का साइंस का इतिहास में बड़ा महत्व है क्योंकि इसे एप्पल को गिरता देखकर न्यूटन ने ग्रेविटी को खोजा था
इसी ट्री की लकड़ी का टुकड़ा सर आइज़क न्यूटन की तस्वीर के साथ स्पेस में भी भेजा जा चुका है ताकि न्यूटन ने आज हमें और साइंस को जो दिया है उसके लिए उनका आभार व्यक्त किया जा सके